भारतीय इतिहास
**बिन्दुसार :– (298 ई. – 274 ई.)**
*यूनानी साहित्यकारों ने इसे अमित्रोटेक्स (अमित्रघात ) कहा हैं।
*इसने सीरिया के शासक एंटियोकस को पत्र लिखकर मदिरा , सूखे अंजीन, एवं दार्शनिक मगवाए। परन्तु एंटियोकस ने मदिरा व सुखे अजीन भेज दिए तथा दार्शनिक नहीं भेजे।
*एंटियोकस ने अपने दूत डायमेक्स को बिन्दुसार के दरबार में भेजा।
*बिन्दुसार ने ‘आजीवाक ’धर्म को अपनाया।
*इसके समय में ही तक्षशिला में दो बार विद्रोह हुए, जिसे दबाने के लिए अशोक व सुषिम गए थे।
**बिन्दुसार :– (298 ई. – 274 ई.)**
*यूनानी साहित्यकारों ने इसे अमित्रोटेक्स (अमित्रघात ) कहा हैं।
*इसने सीरिया के शासक एंटियोकस को पत्र लिखकर मदिरा , सूखे अंजीन, एवं दार्शनिक मगवाए। परन्तु एंटियोकस ने मदिरा व सुखे अजीन भेज दिए तथा दार्शनिक नहीं भेजे।
*एंटियोकस ने अपने दूत डायमेक्स को बिन्दुसार के दरबार में भेजा।
*बिन्दुसार ने ‘आजीवाक ’धर्म को अपनाया।
*इसके समय में ही तक्षशिला में दो बार विद्रोह हुए, जिसे दबाने के लिए अशोक व सुषिम गए थे।
EmoticonEmoticon